कोटवार सरकार से हुए नाराज सीएम बघेल ने किया था वादा नहीं हुआ पूरा बैठे धरने पर
कोटवार एशोसएशन ऑफ छत्तीसगढ़ सरकार से नाराज 2 सूत्रीय मांग सीएम बघेल ने किया था वादा

कोटवार एशोसएशन ऑफ छत्तीसगढ़ नियमतिकरण सहित दो सूत्रीय मांग को लेकर गुरूवार को रायपुर के बुढ़ापारा धरना स्थल मे एक दिवसीय धरना देते राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। धरने के माध्यम से कोटवार संघ गुजारा के लिए दी गई भूमि पर पुन: भू स्वामी हक देने की मांग की।
धरने के दौरान कोटवार संघ के सदस्यों ने कहा कि कोटवार राजस्व विभाग का प्रमुख अंग के साथ ग्राम स्तर पर विभाग की सबसे प्राथमिक इकाई बताया। संघ ने आरोप लगाते हुए कहाँ की कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 23 फरवरी 2018 को कोटवारों की प्रांतीय सम्मेलन में यह आश्वासन दिया गया था कि पूर्व भूमि स्वामी का हक कोटवारों को पहले की तरह ही दिया जाएगा। लेकिन अभी भी लंबित है। जबकि छत्तीसगढ़ की निकटवर्ती राज्य महाराष्ट्र,ओड़िशा एवं झारखंड में कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा प्राप्त है , इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ के लगभग 16 हजार कोटवारों ने प्रदेश सरकार को दो बिंदुओं पर लेकर पत्र भी लिखा है। कोटवारों को कर्मचारी का दर्जा के साथ राजस्व विभाग में संविलियन करते हुए सन 1950 के पूर्व की जमीन को वापस दिया जाने की मांग प्रमुख है। जिससे भूमि स्वामी का हक उन्हे मिल जाएगा। मांग पुरी नही होने पर संघ आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी मीडिया के माध्यम से सरकार को दी है।