छत्तीसगढ़

आंकड़ों के साथ भाजपा ने खोली कांग्रेस सरकार की पोल

भाजपा नेताओं ने प्रेस वार्ता में दिखाया प्रेजेंटेशन जारी किए सभी आंकड़े

रायपुर। भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी, पूर्व कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू, प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा, पवन साहू, जयंती पटेल, टंक राम वर्मा ने आज यहां एकात्म परिसर भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर धान खरीदी मामले में सफेद झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह राजनीतिक पतन की पराकाष्ठा है। भूपेश बघेल कहते हैं कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ का 80 फीसदी धान नहीं खरीदा। राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोगों को आधा झूठ बोलते हुए देखा गया है। किन्तु इस स्तर का सफेद झूठ केवल भूपेश बघेल ही बोल सकते हैं।

भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार 80 फीसदी धान खरीदती है, साथ ही साथ कुल भुगतान का भी तीन-चौथाई से ज्यादा हिस्सा देती है।

केंद्र सरकार एफसीआई के माध्यम से राज्य सरकार से चावल उपार्जित करती है।

तथ्य यह है कि केंद्र सरकार ने हर साल प्रभावी रूप से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा खरीदे हुए धान का लगभग 80 प्रतिशत खरीदी की है।

श्री चौधरी ने बताया कि 2021-22 में केंद्र सरकार मे लगभग 94 फीसदी खरीदी की है। केंद्र सरकार बिना भेदभाव के किसानों के हित में काम कर रही है। हम किसी राज्य में सत्ताधारी पार्टी को देख कर कार्य नहीं करते, केवल जनहित और राष्ट्रहित में कार्य करते हैं।

उन्होंने कहा कि इनका चरित्र देखिये, राज्य सरकार के मंत्री भी सरेआम झूठ बोल रहे हैं। धान खरीदी पर झूठ आधारित ट्वीट किये जा रहे हैं। लेकिन सच्चाई को ज्यादा देर तक नहीं छुपाया जा सकता।

श्री चौधरी ने कहा कि हम आपके समक्ष एफसीआई के सरकारी आंकड़े रख रहे हैं जो साफ दर्शाता है कि किस प्रकार राज्य की जनता को भ्रमित किया जा रहा है एवं ठगा जा रहा है। केंद्र ने उनके दिए आंकड़े से लगभग दोगुनी ज्यादा खरीदी की है। वर्ष 21-22 में 92 लाख मीट्रिक टन धान से बना 61.65 लाख मीट्रिक टन चावल जो कुल खरीदी का 93.90 प्रतिशत, वर्ष 22-23 में 87.58 मीट्रिक टन धान ( 58.68 टन चावल) मतलब 81.45 प्रतिशत खरीदी की। भाजपा ने जो आंकड़े प्रस्तुत किये हैं वे पब्लिक डोमेन में हैं। और सच्चाई जानने के लिए इसे कोई भी देख सकता है। फिर भी कृषिमंत्री चौबे जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं। एक तो यह गलत आंकड़े देते हैं, उसके ऊपर से कृषि मंत्री होते हुए भी रविन्द्र चौबे धान और चावल की तुलना कर रहे हैं? क्या चौबे जी ये मानते है कि छत्तीसगढ़ की जनता को धान और चावल में फर्क नहीं पता और वह उनके बहकावे में आ जाएगी।

पूर्व कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि भूपेश बघेल प्रदेश भर में लोगों को गुमराह करते हैं, पर इनकी सरकार के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत विधान सभा में स्वीकार करते हैं कि धान किसानों के भुगतान का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा केंद्र सरकार देती है। उन्होंने विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि केंद्र सरकार ने धान खरीदी का 51 हजार 563 करोड़ रुपए दिया है व राज्य सरकार ने मात्र 11,148 करोड रुपए ही दिया है।

इन्हीं के मंत्री विधानसभा में स्वीकारते है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी केंद्र सरकार द्वारा धान खरीदी में वृद्धि के कारण बढ़ी है, न की राज्य सरकार की अनुकंपा से। भूपेश बघेल ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए छत्तीसगढ़ के किसानों को आधा सत्य बताया है।

उन्होंने कहा कि राज्य में हमारी सरकार न होने के बावजूद 5 साल में छत्तीसगढ़ में की जाने वाली खरीद लगभग दोगुनी हो गई है। यह मोदी सरकार ने किसान के हित में किया है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि एक तरफ जहाँ केंद्र सरकार हर साल एमएसपी बढ़ाती है, यहाँ भूपेश सरकार अपना बोनस घटाती है। किसान केंद्र द्वारा बढ़ाई गई एमएसपी के लाभ से वंचित ही रह गए है।

उन्होंने कहा कि क्या भूपेश जी में हिम्मत है कि वह बता सकें कि छत्तीसगढ़ के धान किसान को मिलने वाले भुगतान में हर एक रुपए में से केंद्र सरकार कितना देती है।

इसी प्रकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से भी लगभग 13 लाख किसान वंचित रह गए हैं। भूपेश बघेल सरकार उनका पंजीकरण (e-kyc) नहीं कर रही है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि आखिर हमारे छोटे किसानों का क्या दोष है? उन्हें भूपेश बघेल क्यों ओछी राजनीति के कारण केंद्र के लाभ से वंचित रख रहे हैं?

भाजपा ने प्रेस वार्ता के दौरान सभी आंकड़े प्रस्तुत करते हुए एक वीडियो एवं आंकड़ों का प्रेजेंटेशन भी जारी किया प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, रायपुर जिला महामंत्री सत्यम मौजूद रहे।
[6:29 PM, 7/9/2023] Ca Amit Chimnani BJP: शराब घोटाले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की पत्रकार वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को 7600 करोड़ की सौगात दी, कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को झुनझुना पकड़ाया: पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह

09/07/2023 रायपुर। आज छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले को लेकर पत्रकार वार्ता की इस दौरान उन्होंने पत्रकार साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में 2019 से 2023 के बीच 2161 करोड़ रुपए का शराब घोटाला भूपेश सरकार ने किया है।
इस मामले की जांच करते हुए ED ने 1300 पेज के दस्तावेज न्यायालय में प्रस्तुत किए है।
दरसल छातीसगढ़ में वर्तमान में शराब बेचने वालों के 800 आउटलेट हैं और प्रदेश में छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के द्वारा पूरे शराब की मैनेजमेंट और मॉनिटरिंग यह लोग करते थे और वहां कुछ पदाधिकारी, कुछ आईएएस ऑफिसर और अनवर ढेबर व उनका ग्रुप था इन सब ने पूरे 800 आउटलेट के सब जगह अपने लोगों को पोस्ट कर दिया।और इस पूरे भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए नकली होलोग्राम का उपयोग कर 30 प्रतिशत अवैध शराब बेचने लगे।
इस अवैध शराब की बिक्री से जो अवैध उगाही होती थी उसमें से अनवर ढेबर अपने लिए 15% रखते थे और बाकी ऊपर बड़े सत्ताधारियों को देते थे।
इस मामले में बड़ी संख्या में इन लोगों की संपत्ति जप्त होने भी शुरू हो गए हैं जिसमें अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अनिल टुटेजा की 121 करोड़ से अधिक की संपत्ति जप्त की गई है। यह भी पता चला कि अनवर ढेबर के नाम से 53 एकड़ जमीन नया रायपुर में, भिलाई में और मुंबई में है।
ये संपति इस शराब घोटाले से इकट्ठा की गई।

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिए गए बयानों पर भी पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब छत्तीसगढ़ आए तो उन्होंने झुनझुना भी नहीं दिया तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उसी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ तब उसी मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद थे जब प्रधानमंत्री जी ने 7600 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास एवं शुभारंभ किया। और झुनझुना तो कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर अविश्वास जताते हुए टीएस सिंहदेव को दिया है 4 महीनों के लिए।
साथ ही धान खरीदी को लेकर दिए गए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर उन्होंने कहा कि शायद मुख्यमंत्री को ज्ञात नहीं है कि केंद्र सरकार प्रदेश से चावल खरीदती है धान नहीं। और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान के आंकड़े बताकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल धान का 67% चावल बनता है बाकी भूसा निकलता है। जबकि प्रदेश का लगभग पूरा चावल केंद्र सरकार खरीदती है जिससे किसान साथियों को पैसे मिलते हैं।
इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पूर्व सीएम की संपत्ति को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि शायद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भूल जाते हैं कि पहले ही कांग्रेस जब मेरी संपत्ति के मामले में उच्च न्यायालय गई तो न्यायालय ने कड़े शब्दों के साथ इसे तथ्यहीन, निराधार और राजनीति से प्रेरित मुद्दा बताकर खारिज कर दिया है। और इसके बावजूद मुख्यमंत्री लगातार यही राग आलापते रहते हैं, वे सत्ता में हैं फिर भी आज तक एक भी आरोप सिद्ध नहीं कर पाए क्योंकि उनके सभी आरोप झूठे हैं।

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